Diet Chart For Heart Patient | हार्ट पेशेंट को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

Diet Chart for Heart Patients in Hindi : WHO के आकड़ों अनुसार, हृदय रोग विश्व स्तर पर मृत्यु का प्रमुख कारण है, प्रत्येक वर्ष अनुमानित 17.9 मिलियन लोगों की जान जाती है। पर क्या आपको पता है कि दिल की बीमारी को आप कुछ हद तक अपनी डाइट से भी नियंत्रित कर सकते हैं। रिसर्च में पाया गया है कि उच्च ओमेगा 3 वसा और असंतृप्त वसा जैसी डाइट ना केवल हृदय की बीमारी में लाभ पहुँचाती है, बल्कि कुछ अन्य पुरानी बिमारियों जैसे लीवर और कैंसर से भी सुरक्षा प्रदान करती हैं। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको हार्ट पेशेंट डाइट चार्ट (Heart Patient Diet Chart) के बारे में बता रहे हैं। जिसमें आप जान पाएंगे कि हार्ट पेशेंट को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।

तो आइये अब इस पोस्ट को शुरू करते हैं।

हृदय क्या है? | What is heart in Hindi

हृदय शरीर का एक मुख्य अंग है जो केवल एक मुट्ठी के आकार का होता है, परन्तु यह शरीर की सबसे मजबूत मांसपेशी में से एक है। हृदय प्रतिदिन लगभग 100,000 बार धड़कता और 7,500 लीटर तक रक्त पंप करता है। 

दिल की हर एक धड़कन के साथ, हृदय शरीर के विभिन्न हिस्से में ऑक्सीजन (O2) और पोषक तत्वों (nutrients) को पहुँचता है जिससे हम अपने कार्यों को कर पाते हैं। इसलिए दिल का स्वस्थ रहना हमारे स्वास्थ के लिए बेहद जरुरी है।

दिल को स्वस्थ रखने के लिए ऐसे आहार का सेवन किया जाना जरुरी है जो पोषक तत्वों से भरपूर हों।

तो चलिए अब समझते हैं कि हार्ट के मरीज को क्या खाना चाहिए।

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हार्ट पेशेंट डाइट चार्ट | Diet chart for Heart Patients in Hindi

Diet chart for Heart Patient in Hindi

आज पूरी दुनिया में हार्ट अटैक, हार्ट फेल या हार्ट स्ट्रोक का मुख्य कारण है दिल की बीमारी। आलम यह है कि आज कम उम्र के लोग भी हृदय के रोग से ग्रस्त हो रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है हमारा खान-पान (डाइट)।

दिल के रोगियों को हमेशा इस बात की चिंता होती है कि वो अपने डाइट (आहार) में क्या लें ताकि उनका हार्ट स्वस्थ रह सके

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए आप निम्नलिखित खाद्य पदार्थों (Heart healthy diet in Hindi) को अपनी डाइट चार्ट (कार्डियक डाइट चार्ट) में शामिल कर सकते हैं। जिनमें शामिल हैं – 

  • ओमेगा 3 वसा,
  • असंतृप्त वसा,
  • फल और हरी सब्जियां,
  • लो-फैट डेयरी उत्पाद,
  • नट, बीज, और फलियां
  • उच्च फाइबर युक्त आहार।

इसके अलावा हृदय की बीमारी में आप निम्नलिखित डाइट प्लान भी सेलेक्ट कर सकते हैं। जिसमें 

  • फ्लेक्सिटेरियन डाइट और,
  • लो कार्ब डाइट।

शामिल हैं।

हार्ट पेशेंट को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इसके बारे में हम आपको नीचे विस्तार से बता रहे हैं।

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हार्ट पेशेंट को क्या खाना चाहिए | Food to eat in heart disease in Hindi

1.  ह्रदय रोग में खाएं ओमेगा 3 वसा | Omega 3 diet for heart patient in Hindi

 
Omega 3 diet for heart patient in Hindi, हार्ट पेशेंट को क्या खाना चाहिए
 

ओमेगा 3 फैटी एसिड एक महत्वपूर्ण वसा है, जो दिल की बीमारी से होने वाली मृत्यु के जोखिमों को कम करता है। 

शोध के अनुसार, ओमेगा 3 डाइट, रक्त में लिपिड (कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड) के स्तर में सुधार लाता है और कोरोनरी हृदय रोग (coronary heart disease) के जोखिम को कम करने में मदद करता है। 

ओमेगा 3 का नियमित रूप से  सेवन करने से यह ब्लड में ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर में लगभग 15-30% तक कमी ला सकता है। इसके अलावा

  • ओमेगा 3, उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है।
  • ओमेगा 3 रक्त में “अच्छे” एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है।
  • ओमेगा 3 दिल और दिमाग में ब्लड क्लॉट (blood clot) नहीं बनने देता है।
  • ओमेगा 3 दिल की सूजन (inflammation) कम कर सकता है।
  • ओमेगा 3 असामान्य हृदय गति की संभावना को कम कर सकता है। 

ओमेगा 3 फैटी एसिड मुख्यतः तीन प्रकार के होते है। जिनमें शामिल हैं –
  • एएलए (ALA/ अल्फा-लिनोलेनिक एसिड) 
  • डीएचए (DHA/ डोकोसाहेक्साएनोइक एसिड) 
  • ईपीए (EPA/ ईकोसापेन्टैनेनोइक एसिड) 

और पढ़ें – ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदे और नुकसान

एक अध्ययन में 11,000 लोगों को 3.5 साल तक हर दिन ईपीए (EPA) और डीएचए (DHA) की 850 मिलीग्राम खुराक दी गई। 3.5 साल के बाद जब शोधकर्ताओं ने इस स्टडी के नतीजों का अध्ययन किया तो उनके दिल के दौरे में 25% की कमी और अचानक हृदय से होने वाली मृत्यु में 45% तक की कमी को दर्ज किया।

ALA ज्यादातर पौधे आधारित (plant based) खाद्य पदार्थों में मौजूद होते हैं जैसे चिया सीड्स,अलसी और अखरोट, जबकि DHA और EPA ज्यादातर पशु आधारित (animal based) खाद्य पदार्थों जैसे मैकेरल, सैल्मन, हेरिंग और सार्डिन में पाए जाते हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार, वयस्क पुरुषों और महिलाओं को प्रति दिन लगभग 0.25 ग्राम (gm) EPA + DHA लेना चाहिए। इसके अलावा पुरुषों के लिए ALA की मात्रा प्रति दिन 1.6 ग्राम और महिलाओं के लिए इसकी मात्रा प्रति दिन 1.1 ग्राम रखी गई है। हालांकि, कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में इनकी (ओमेगा 3 की) उच्च मात्रा की आवश्यकता हो सकती है।

Heart patient diet in Hindi

ओमेगा 3 के स्रोत | Source of omega 3

ओमेगा 3 के प्रमुख शाकाहारी स्रोत में शामिल हैं –
  • अखरोट
  • चिया बीज
  • अलसी बीज (फ्लैक्स सीड्स)
  • राजमा 
  • भांग के बीज
  • सोयाबीन
  • फूलगोभी
  • कैनोला ऑयल
  • सोयाबीन की फलियां
  • कॉड लिवर ऑयल 
ओमेगा 3 के प्रमुख मांसाहारी स्रोत में शामिल हैं –
  • सैल्मन मछली
  • मैकेरल मछली
  • सार्डिन मछली
  • अंडे

2. हार्ट पेशेंट खाएं असंतृप्त वसा | Unsaturated fats for heart patient in Hindi

अध्ययनों से पता चलता है कि असंतृप्त वसा रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार ला सकता है, जिससे दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है। असंतृप्त वसा का सबसे अच्छा उदाहरण है ओमेगा 3 वसा। जी हाँ, असंतृप्त वसा एक प्रकार के ओमेगा 3 ही हैं।

असंतृप्त वसा कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करने, रक्त के थक्के को कम करने, अनियमित दिल की धड़कन को कम करने और रक्तचाप नियंत्रित करने आदि में मदद कर सकता है।

असंतृप्त वसा के स्रोत | Source of unsaturated fats for heart patient in Hindi

असंतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थों में शामिल हैं –
  • एवोकैडो तेल,
  • जैतून और जैतून का तेल,
  • मूंगफली से बना मक्खन और मूंगफली का तेल,
  • वनस्पति तेल, जैसे सूरजमुखी, मक्का, या कैनोला,
  • वसायुक्त मछली, जैसे सैल्मन और मैकेरल,
  • नट और बीज, जैसे अखरोट, बादाम, मूंगफली, काजू, और तिल।

3. दिल के मरीज खाएं फल और हरी सब्जियां | Fruits and Leafy green vegetables diet plan for heart patient in Hindi

Fruits and Leafy green vegetables for healthy heart in Hindi

फल और हरी सब्जियां, फाइबर, खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं जो हृदय रोग ( Diet chart for heart patient in Hindi) के विकास में योगदान करने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से बचाती हैं।

इसके अलावा फल और हरी सब्जियां रक्तचाप को कम करने और हृदय धमनियों की कठोरता को कम करने में भी मदद कर सकती हैं।

हरी सब्जियों में

  • शिमला मिर्च,
  • फूल गोभी,
  • ब्रोकली,
  • केल,
  • पालक,
  • मटर,
  • गाजर,
  • हरी पत्तेदार गोभी,
  • खीरा और
  • मेथी

हृदय धमनियों के लिए लाभदायक मानी जाती हैं, जबकि फलों में

  • आड़ू,
  • जामुन,
  • एवाकाडो,
  • केला,
  • स्ट्रॉबेरी,
  • ब्लूबेरी और ,
  • ब्लैकबेरी

का सेवन हृदय स्वास्थ (Food for heart patient in Hindi) के लिए लाभदायक हैं। 

और पढ़ें – सुपरफूड क्या हैं, जानिए इसके स्वास्थ्यवर्धक फायदे

4. ह्रदय रोग में खाएं लो-फैट डेयरी उत्पाद | Low fat diet chart for heart patient in Hindi

डेयरी प्रोडक्ट संतृप्त वसा का स्रोत होते हैं जो स्वास्थ के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं। इसलिए ह्रदय रोगी जब भी संभव हो सके वसा रहित या कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का उपयोग करें जैसे स्किम मिल्क या एक प्रतिशत दूध, लो फैट दही (yogurt) और पनीर (cottage cheese)।

और पढ़ें – केटोजेनिक डाइट क्या है, जानिए कीटो डाइट के फायदे और नुकसान

5. हार्ट पेशेंट खाएं नट, बीज, और फलियां | Nuts, Seeds, and Legumes diet chart for Heart Patient in Hindi

Nuts, Seeds, and Legumes for heart patient in Hindi

नट्स, बीज और फलियां हृदय रोगियों के लिए सर्वोत्तम आहारों (Heart patient diet in Hindi) में से एक हैं। ये स्वस्थ वसा फाइबर, विटामिन और खनिजों के अच्छे स्रोत होते हैं। 

शोध से पता चलता है कि नट्स को नियमित रूप से खाने से यह अतरिक्त वजन और दिल की बीमारी को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं और साथ ही ये पुरानी बीमारियों (जैसे हृदय रोग और मधुमेह) से बचा सकते हैं। 

नट्स में एंटीऑक्सिडेंट का उच्च स्तर होने से यह रक्त वाहिकाओं और रक्तचाप (उनके आर्जिनिन सामग्री के माध्यम से) को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं और शरीर में होने वाली सूजन को कम कर सकते हैं।

इसके अलावा बीज और फलियां भी हृदय स्वास्थ को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। 

नट, बीज, और फलियां के उदाहरण निम्नलिखित हैं।  
  • नट्स में बादाम, सुपारी, काजू, अखरोट और पिस्ता प्रमुख हैं। 
  • बीजो में सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज, अलसी के बीज, भांग के बीज और चिया के बीज आदि शामिल हैं।
  • फलियां में छोला, मटर, मूँगफली, ब्लैक बीन्स, किडनी बीन्स प्रमुख हैं। 

6. ह्रदय रोग में खाएं उच्च फाइबर युक्त आहार (रेशेदार भोजन) | High fiber diet for heart patient in Hindi

High fiber diet for Healthy Heart in Hindi

फाइबर युक्त आहार, हृदय रोगियों के लिए एक अच्छी डाइट मानी जाती है। शोध के अनुसार, रोजाना 7 ग्राम फाइबर का सेवन करने से हृदय रोग के खतरे को लगभग 9 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। 

उच्च फाइबर डाइट (Diet for heart patient in Hindi), अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को धमनियों से बाहर निकालने में मदद करते हैं। इसके अलावा फाइबर आहार रक्तचाप को नियंत्रित बनाए रखने, हार्ट और किडनी फेल के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।

एक अध्ययन के अनुसार प्रतिदिन 2-10 ग्राम घुलनशील फाइबर का सेवन करने से यह टोटल कोलेस्ट्रॉल में लगभग 1.7 मिलीग्राम/ डीएल और एलडीएल (LDL) कोलेस्ट्रॉल में लगभग 1.2 मिलीग्राम/ डीएल तक की कमी कर सकते हैं।

अन्य अध्ययनों से यह भी पता चला है कि उचित मात्रा में लिया गया फाइबर युक्त आहार हृदय सम्बन्धी रोगों (जैसे उच्च रक्तचाप और हृदय की सूजन) को भी कम करने में मदद कर सकते हैं। 

और पढ़ें – रेशेदार भोजन (फाइबर युक्त आहार) क्या है? जानिए इनसे होने वाले लाभ

रेशेदार भोजन के स्रोत | Source of Fiber rich foods

फल, सब्जियां और अनाज फाइबर युक्त आहार के प्रमुख स्रोत हैं। इसके अलावा
  • गेंहू (Wheat)
  • भूरा चावल (Brown Rice)
  • ओट्स (Oats)
  • राजमा (Beans)
  • मटर (Peas)
  • ड्राई फ्रूट (Dry fruit)
  • दालें (Pulses)
  • सेब (Apple)
  • नाशपाती( Pear)
  • ब्लूबेरी और ब्लैकबेरी (Blueberries & Blackberries)
  • केला ( Bananas )
  • ब्रोकली (Broccoli)
  • कटहल (Jackfruit)
  • तरबूज (Watermelon)
  • अनार (Pomegranate)
  •  नट्स और सीड्स ( Nuts and Seeds) 
रेशेदार भोजन के स्रोत हैं।

डाइट प्लान फॉर हार्ट पेशेंट | Diet Plan for heart patient in Hindi

1. दिल की बीमारी में अपनाए फ्लेक्सिटेरियन डाइट प्लान | Flexitarian diet chart for heart patient in Hindi

Flexitarian diet for Healthy Heart in Hindi

फ्लेक्सिटेरियन डाइट (Heart patient diet chart in Hindi), हृदय रोगियों के लिए एक अच्छा डाइट प्लान है।

फ्लेक्सिटेरियन डाइट खाद्य पदार्थ की एक ऐसी शैली है जो मांस और अन्य पशु उत्पादों को सीमित मात्रा में छूट देते हुए ज्यादातर पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों को प्रोत्साहित करती है।

फ्लेक्सिटेरियन डाइट (हार्ट पेशेंट के लिए डाइट प्लान) निम्नलिखित सिद्धांतों पर आधारित है:

  • ज्यादातर फल, सब्जियां, फलियां और साबुत अनाज खाएं।
  • जानवरों के बजाय पौधों से मिलने वाले प्रोटीन पर ध्यान दें।
  • मांस और पशु उत्पादों को सीमित मात्रा में अपनी डाइट में शामिल करें।
  • कम से कम प्रोसेस्ड खाने का सेवन करें।
  • अतिरिक्त चीनी की मात्रा को सीमित करें।

और पढ़ें – फ्लेक्सिटेरियन डायट : फायदे, नुकसान और डाइट प्लान

11 साल से अधिक उम्र के 45,000 वयस्कों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि मांसाहारी लोगों की तुलना में शाकाहारियों में हृदय रोग का जोखिम लगभग 32% तक कम था। जिसका कारण यह माना गया कि शाकाहारी भोज्य पदार्थ फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं जो रक्तचाप को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा दिल के दौरे, स्ट्रोक और अचानक हृदय से होने वाली मौतों को भी कम कर सकते हैं।

इसलिए ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए आप फ्लेक्सिटेरियन डाइट (Food for heart patient in Hindi) का चुनाव कर सकते हैं।  

2. दिल के मरीजों के लिए लो कार्ब डाइट प्लान | Low carbohydrate diet plan for Heart Patient in Hindi

Low carbohydrate diet for Healthy Heart in Hindi

लो कार्ब डाइट (Heart patient diet chart in Hindi), हृदय रोगियों के लिए एक अच्छी डाइट मानी जाती है। लो कार्ब डाइट (Low carbohydrate) का मतलब है आहार में कम कार्बोहाइड्रेट और ज्यादा प्रोटीन होना। 

कम कार्ब्स डाइट का मुख्य उद्देश्य अवांछित वजन को बढ़ने से रोकना, ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करना और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित बनाए रखना है।

इसके अलावा लो कार्ब डाइट टाइप 2 मधुमेह, मेटाबोलिक सिंड्रोम और ह्रदय रोग जैसी गंभीर बिमारियों के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकती है।

अध्ययनों से पता चलता है कि कम कार्ब वाले आहार (low carb diet) खाने से ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर में कमी आती है।

इसके अलावा कम कार्ब वाले आहार, ब्लड में लो डेंसिटी लिपिड कोलेस्ट्रॉल (LDL) और हाई डेंसिटी लिपिड कोलेस्ट्रॉल (HDL) के अनुपात में सुधार करते हैं जिससे हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है।

कुछ स्टडी से पता चलता है कि जो लोग अपनी डाइट में कम कार्ब्स (low carb) वाले आहार लेते हैं वह लोग कम वसा (low fat) लेने वाले लोगों की तुलना में अधिक तेजी से अपना वजन घटाते हैं। 

ऐसा इसलिए, क्योंकि लो-कार्ब डाइट आपके शरीर से अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में मदद करती है और साथ ही इंसुलिन के स्तर में भी कमी लती है, जो अप्रत्‍यक्ष रूप से (indirectly) ह्रदय रोग से बचाता है। इसलिए ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए आप लो कार्ब डाइट अपना सकते हैं। 

लो कार्ब डाइट के स्रोत | Source of Low carb diet

ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए कम कार्बोहाइड्रेट वाले आहार (Low carb diet foods) में शामिल हैं –
  • मछली (सैल्मन मछली, मैकेरल मछली और सार्डिन मछली), 
  • स्किम मिल्क या एक प्रतिशत दूध, 
  • लो फैट वाला दही और पनीर,
  • पत्तेदार हरी सब्जियां जैसे फूलगोभी और ब्रोकली,
  • जैतून का तेल और कैनोला ऑयल
  • कुछ फल जैसे सेब, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, जामुन, एवाकाडो, और केला,
  • मेवा, बादाम और बीज।   

हार्ट पेशेंट को क्या नहीं खाना चाहिए | Foods to avoid in heart disease in Hindi

ह्रदय रोगियों को निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए।

ह्रदय रोगी सैचुरेटेड वसा खाने से बचें | Avoid Saturated Fats in Heart Disease in Hindi

ह्रदय रोगी अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (processed foods) को खाने से बचें। प्रोसेस्ड फ़ूड में नमक और सैचुरेटेड वसा की मात्रा उच्च होती है, जो शरीर में सूजन (Inflammation) और स्ट्रोक का कारण बन सकता है। साथ ही हार्ट पेशेंट उन खाद्य पदार्थों को खाने से बचें जिनमें अधिक मात्रा में सोडियम (Salt), हाइड्रोजनीकृत तेल और प्रिजर्वेटिव (Preservative) मिले हों। 

संतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थों के उदाहरण हैं:

  • मक्खन, घी, नारियल का तेल और ताड़ का तेल
  • नारियल का दूध और नारियल क्रीम
  • केक और बिस्कुट
  • सॉस
  • पेस्ट्री
  • चॉकलेट 
  • आइसक्रीम
  • फ्राइड चिकन
  • आलू के चिप्स
  • चाइनीज़ फूड
  • बीफ (Beef)
  • सूअर (पोर्क) का मांस 
  • लैम्ब (Lamb) का मांस , आदि।

ट्रांस फैट खाने से बचें ह्रदय रोगी – Avoid Trans Fats in Heart Disease in Hindi

ट्रांस वसा एक प्रकार का वासा है, जिसे खाद्य निर्माता हाइड्रोजनीकरण (Hydrogenation) की प्रक्रिया के माध्यम से बनाते हैं। हाइड्रोजनीकरण का मतलब खाद्य पदार्थ में हाइड्रोजन को जोड़ने से है।

यदि आपके खाने में ट्रांस फैट ज्यादा है तो यह शरीर की सूजन (Inflammation) और स्ट्रोक का कारण बन सकता है। इसके अलावा भोजन में ट्रांस फैट की अधिक मात्रा मोटापे का कारण बन सकता है और साथ ही टाइप 2 मधुमेह के लिये भी जिम्मेदार हो सकता है। 

जिन खाद्य पदार्थों में ट्रांस वसा हो सकता है उनमें शामिल हैं:
  • मक्खन
  • कुकीज़
  • केक
  • फ्रेंच फ्राइज़
  • चिप्स 
  • डोनट्स
  • पिज़्ज़ा
  • बर्गर,
  • फ्राइड फूड्स आदि ।

ह्रदय रोगी नमक का सेवन कम करें – Avoid excess salts in Heart Disease in Hindi

नमक का सीमित मात्रा में सेवन करना फायदेमंद माना जाता है, लेकिन ज्यादा नमक खाने से नुकसान भी हो सकता है। ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जिससे हार्ट फेल्योर और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए हार्ट पेशेंट नमक का सिमित मात्रा में सेवन करें। 

ह्रदय रोग के बचाव के लिए अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Heart patient diet FAQ in Hindi

Q. हार्ट को ठीक रखने के लिए क्या करना चाहिए?

Ans. हार्ट को ठीक रखने के लिए सुबह या शाम कम से कम 30 मिनट नियमित रूप से व्यायाम करें, ऐसी कार्यों से बचें जो तनाव उत्पन्न कर सकते हों जैसे स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग करना, हृदय रोग के बचाव में स्वस्थ वजन बनाए रखना जरुरी है।

इसलिए ऐसे आहार ना खाएं जो अस्वस्थ करें जैसे अस्वास्थ्यकर वसा (पेस्ट्री, कुकीज़, डोनट्स, मफिन, केक, पिज्जा, तले हुए खाद्य पदार्थ आदि), सामान्य रक्तचाप बनाए रखें, तंबाकू का सेवन करते हैं तो इसे पूरी तरह छोड़ दें, अपने आहार में पौष्टिक चीजों को शामिल करें जैसे उच्च फाइबर युक्त आहार, सब्जियां, फल, बीन्स,मांस, मछली, कम वसा वाले या वसा रहित डेयरी खाद्य पदार्थ, साबुत अनाज, जैतून का तेल आदि। यदि आपको मधुमेह या कोलेस्ट्रॉल रोग है तो इसके स्तर को नियंत्रित रखें।   

Q. दिल की ताकत के लिए क्या खाएं?

Ans. दिल की ताकत के लिए उच्च फाइबर युक्त आहार, सब्जियां, फल, बीन्स,मांस, मछली, कम वसा वाले या वसा रहित डेयरी खाद्य पदार्थ, साबुत अनाज, जैतून का तेल आदि का सेवन करें। 

Q. दिल कमजोर होने पर क्या खाएं?

Ans. दिल कमजोर होने पर ओमेगा 3 वसा,असंतृप्त वसा,फल, हरी सब्जियां, लो-फैट डेयरी उत्पाद, नट, बीज, और फलियां, उच्च फाइबर युक्त आहार, फ्लेक्सिटेरियन डाइट,लो कार्ब डाइट आदि का सेवन करें।  

Q. हार्ट पेशेंट को कौन सा फल खाना चाहिए?

Ans. हार्ट पेशेंट को फलों में आड़ू, जामुन, एवाकाडो, केला, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और ब्लैकबेरी का सेवन हृदय स्वास्थ के लिए लाभदायक होता है। 

Q. हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या खाएं?

Ans. हार्ट अटैक से बचने के लिए अखरोट, चिया बीज, अलसी बीज (फ्लैक्स सीड्स), राजमा , भांग के बीज, सोयाबीन, फूलगोभी, कैनोला ऑयल, सोयाबीन की फलियां, कोल्ड  लिवर ऑयल, सैल्मन मछली, मैकेरल मछली, सार्डिन मछली आधी का सेवन किया जा सकता है। 

Q. क्या खाने से दिल मजबूत होता है?

Ans. दिल मजबूत करने के लिए ओमेगा 3 वसा,असंतृप्त वसा, फल और हरी सब्जियां,लो-फैट डेयरी उत्पाद, नट, बीज, और फलियां आदि का सेवन किया जा सकता है। 

Q. हार्ट पेशेंट क्या खाएं?

Ans. हार्ट पेशेंट लो फैट वाला दही और पनीर,पत्तेदार हरी सब्जियां (जैसे फूलगोभी और ब्रोकली) जैतून का तेल, कैनोला ऑयल, कुछ फल (जैसे सेब, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, जामुन, एवाकाडो और केला) मेवा, बादाम और बीज का सेवन कर सकते हैं।   

Q. हृदय रोग में क्या नहीं खाना चाहिए?

Ans. हृदय रोग में सोडा (Soda), कैंडी (Candy), स्पोर्ट्स ड्रिंक (Sports drink), कुकीज (Cookies), बिस्कुट (Biscuits), केक (Cake), पेस्ट्री (Pastry), बहुत मीठा दही (Sweet yogurt),आइसक्रीम (Ice Cream), सॉफ्ट ड्रिंक्स (Soft drinks), पिज्जा, बर्गर, चीज, मेयोनीज, केक जैसे फूड आइटम्स स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकते हैं।   

Q. किसकी अधिकता के कारण हृदय रोग होता है?

Ans. भोजन में संतृप्त और ट्रांस वसा की अधिकता के कारण हृदय रोग हो सकता है।  इसके पीछे का कारण यह है कि संतृप्त और ट्रांस वसा युक्त भोजन रक्त में ट्राइग्लिसराइड कि मात्रा को बढ़ा देते हैं जो ह्रदय हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा देते हैं। 


इस पोस्ट के माध्यम से आप समझ गए होंगे कि हार्ट पेशेंट को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा लिखी गई यह पोस्ट आपको पसंद आए होगी। अगर पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

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Disclaimer : ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह जरूर लें।

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